Friday, January 20, 2017

Jai Sri Rama - श्रीरामचन्द्र कृपालु भजु मन ...

श्रीरामचन्द्र कृपालु भजु मन ...


श्रीरामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणम् |
नवकञ्ज लोचन कञ्ज मुखकर कञ्जपद कञ्जारुणम् ||

कंदर्प अगणित अमित छबि नव नील नीरज सुन्दरम्  |
पटपीत मानहुं तड़ित रुचि सुचि नौमि जनक सुतावरम्  ||

भजु दीन बन्धु दिनेश दानव दैत्यवंशनिकन्दनम्  |
रघुनन्द आनंदकंद कोशल चन्द दशरथ नन्दनम्  ||

सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदार अङ्ग विभूषणम्  |
आजानुभुज सर चापधर सङ्ग्राम जित खरदूषणम्  ||

इति वदति तुलसीदास शङ्कर शेष मुनि मनरञ्जनम्  |
मम हृदयकञ्ज निवास कुरु कामादिखलदलमञ्जनम्  ||