Tuesday, May 9, 2017

Shree Hari Stotram - Jagat Jaal Palm - जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं

Shree Hari - Narayan


जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं, शरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालं
नभोनीलकायं दुरावारमायं, सुपद्मासहायम् भजेऽहं भजेऽहं ||

सदाम्भोधिवासं गलत्पुष्पहासं, जगत्सन्निवासं शतादित्यभासं
गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रं, हसच्चारुवक्त्रं  भजेऽहं भजेऽहं ||

रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रातसारं, जलान्तर्विहारं धराभारहारं
चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपं, ध्रुतानेकरूपं  भजेऽहं भजेऽहं ||

जराजन्महीनं परानन्दपीनं, समाधानलीनं सदैवानवीनं
जगज्जन्महेतुं सुरानीककेतुं, त्रिलोकैकसेतुं भजेऽहं भजेऽहं ||

कृताम्नायगानं खगाधीशयानं, विमुक्तेर्निदानं हरारातिमानं
स्वभक्तानुकूलं जगद्व्रुक्षमूलं, निरस्तार्तशूलं भजेऽहं भजेऽहं ||

समस्तामरेशं द्विरेफाभकेशं, जगद्विम्बलेशं ह्रुदाकाशदेशं
सदा दिव्यदेहं विमुक्ताखिलेहं, सुवैकुण्ठगेहं भजेऽहं भजेऽहं ||

सुरालिबलिष्ठं त्रिलोकीवरिष्ठं, गुरूणां गरिष्ठं स्वरूपैकनिष्ठं
सदा युद्धधीरं महावीरवीरं, महाम्भोधितीरं भजेऽहं भजेऽहं ||

रमावामभागं तलानग्रनागं, कृताधीनयागं गतारागरागं
मुनीन्द्रैः सुगीतं सुरैः संपरीतं, गुणौधैरतीतं भजेऽहं भजेऽहं ||

फलश्रुति
इदं यस्तु नित्यं समाधाय चित्तं, पठेदष्टकं कण्ठहारम् मुरारे:
स विष्णोर्विशोकं ध्रुवं याति लोकं, जराजन्मशोकं पुनर्विन्दते नो||

 

Sunday, April 9, 2017

Shuklam Baradharam Vishnum - शुक्लाम्बरधरं विष्णुं शशिवर्णं चतुर्भुजम्



Shree Hari Vishnu


शुक्लाम्बरधरं विष्णुं शशिवर्णं चतुर्भुजम् ।
प्रसन्नवदनं ध्यायेत् सर्वविघ्नोपशान्तये ॥

शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम् ।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् ॥

 सशङ्खचक्रं सकिरीटकुण्डलं सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम् ।
सहारवक्षस्स्थलशोभिकौस्तुभं नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम् ॥



 Shuklambaradaram Vishnum, Shashivarnam Chaturbhujam
Prasanna Vadanam Dhyaayeth, Sarva Vighno Pashantaye

Shaantaakaaram Bhujagashayanam, Padmanaabham Suresham
Vishwaa Dharam Gagana Sadrusham, Megha Varnam Subhangam
Lakshmi Kantam Kamalanayanam, Yogibhir Dhyaana Gamyam
Vande Vishnum Bhava Bhaya Haram, Sarva Lokaika Naatham.

Aushadam Chintayed Vishnum, Bhojanam Cha Janardhanam
Shayane Padmanabham Cha, Vivahe Cha Prajapatim
Yuddhe Chakradharam Devam, Pravase Cha Trivikramam
Narayanam Thanu Thyage, Sridharam Priya Sangame
Dusswapne Smara Govindam, Sankate Madhusudhanam

Kaanane Naarasimham Cha, Pavake Jalasayinam
Jalamadhye Varaham Cha, Parvathe Raghunandanam
Gamane Vaamanam Chaiva, Sarva Kaaryeshu Madhavam

Shodasaitaani Naamani, Prathuruddhaya Yah Padeth
Sarva Paapa Vinirmukto, Vishnu Lokai Mahiyati

 

Wednesday, February 22, 2017

Shiva Gayatri Mantra - शिव गायत्री मन्त्रः




ॐ महादेवाय विद्महे रुद्रमूर्तये धीमहि तन्नः शिवः प्रचोदयात् ॥

|| Aum Thath-purushaya Vidmahe, Shiva-roopaaya Dhimahee, Thanno Rudra Prachodayath ||

Friday, January 20, 2017

Jai Sri Rama - श्रीरामचन्द्र कृपालु भजु मन ...

श्रीरामचन्द्र कृपालु भजु मन ...


श्रीरामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणम् |
नवकञ्ज लोचन कञ्ज मुखकर कञ्जपद कञ्जारुणम् ||

कंदर्प अगणित अमित छबि नव नील नीरज सुन्दरम्  |
पटपीत मानहुं तड़ित रुचि सुचि नौमि जनक सुतावरम्  ||

भजु दीन बन्धु दिनेश दानव दैत्यवंशनिकन्दनम्  |
रघुनन्द आनंदकंद कोशल चन्द दशरथ नन्दनम्  ||

सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदार अङ्ग विभूषणम्  |
आजानुभुज सर चापधर सङ्ग्राम जित खरदूषणम्  ||

इति वदति तुलसीदास शङ्कर शेष मुनि मनरञ्जनम्  |
मम हृदयकञ्ज निवास कुरु कामादिखलदलमञ्जनम्  ||